ऑनलाइन यूडीआईडी पोर्टल पर मिलेंगा दिव्यांगता प्रमाण पत्र, केंद्र सरकार ने शुरू की व्यवस्था
लोकमत उदय ब्यूरो
दिव्यांगता प्रमाण पत्र बनाने के लिए दिव्यांगजनों को अब ना तो अस्पतालों के चक्कर काटने पड़ेंगे और ना ही उन्हें इसे बनाने के लिए महीनों इंतजार करना होगा. अब उन्हें ऑनलाइन यूडीआईडी पोर्टल पर ही दिव्यांगता प्रमाण पत्र मिलेंगे. वह घर पर ही इसका प्रिंट लेकर इसे हासिल कर सकेंगे. यह व्यवस्था केंद्र सरकार ने शुरू कर दी है. नई व्यवस्था के अनुसार देशभर में एक जैसे प्रमाण पत्र बनेंगे ओर डेटा भी एक जगह होने से दिव्यांगजन के लिए नीति और योजनाएं बनाने में मदद मिलेगी।
यूडीआईडी पोर्टल में करना होगा ऑनलाइन अप्लाई
केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता, दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग ने इसके लिए सभी राज्यों को आदेश पहले ही जारी कर दिए हैं. अस्पतालों में यह अब जो भी व्यक्ति दिव्यांगता प्रमाण पत्र बनवाने के लिए आ रहा है. उसे यूडीआईडी पोर्टल के माध्यम से ही ऑनलाइन अप्लाई करने को कहा जा रहा है. ऑनलाइन दिव्यांग सर्टिफिकेट बनने से दिव्यांगों को घर बैठे सर्टिफिकेट मिल जाएगा. उन्हें दफ्तरों के चक्कर काटने की जरूरत नहीं रहेगी और ना ही सर्टिफिकेट के लिए महीनों इंतजार करने की जरूरत होगी. इससे पहले दिव्यांगों को अस्पतालों में जाकर अप्लाई करने की जरूरत होती थी. यही नहीं जो दिव्यांग फीसदी से ज्यादा हैंडिकैप्ड होगा, उन्हें सर्टिफिकेट के साथ पेंशन भी आसानी से मिल जाएगी.क्योंकि इसमें यह भी प्रावधान किया गया है कि सर्टिफिकेट के साथ पेंशन भी लागू कर दी जाएगी।
ये चल रही थी अभी व्यवस्था
अभी तक दिव्यांगों का सर्टिफिकेट बनाने के लिए अस्पतालों में ही आना पड़ता था.सबसे पहले दिव्यांग को सर्टिफिकेट बनाने या नवीनीकरण करवाने के लिए अपने संबंधित जिला अस्पताल में अप्लाई करना होता था. उसके बाद यहां एक कमेटी बैठती थी। इस कमेटी के पास केस जाता था. फिर यह कमेटी यदि उसे अप्रूव कर देती थी तो सर्टिफिकेट जारी किया जाता था. इस प्रोसेस में दो से तीन माह भी लग जाते थे.इसके अलावा पेंशन लगवाने के लिए फिर वेलफेयर ऑफिस के चक्कर काटने पड़ते थे. वहां पर अपना नंबर लगवाना होता था. पेंशन लगने में भी कई माह लग जाते थे।
दो दिन सप्ताह में होगी वैरिफिकेशन
जिला में रिपन अस्पताल में दिव्यांग सर्टिफिकेट इससे पहले बनाए जाते थे. ऐसे में अभी भी यहां पर कमेटी अब सर्टिफिकेट की जांच करती है. यह कमेटी सप्ताह में दो बार बैठती है. हर मंगलवार और शुक्रवार को कमेटी ऑनलाइन चैक कर रही है कि कितने लोगों ने दिव्यांग सर्टिफिकेट के नए बनवाने या नवीनीकरण के लिए अप्लाई किया है.
इसमें जिने लोगों ने अप्लाई किया होगा. उनके सर्टिफिकेट की जांच भी मौके पर ही हो रही है. यह सर्टिफिकेट दिव्यांग अप्लाई करने के साथ ही रिपन में जमा करवा दें. जो सर्टिफिकेट सही पाए जाते हैं उन्हें कमेटी ऑनलाइन ही अप्रूव कर देती है. उसके बाद सेंटर की अंतिम अप्रूवल के बाद दिव्यांग अपना सर्टिफिकेट निकाल सकते हैं।