कुरूक्षेत्र में 5वें अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव पर सेमिनार, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने किया शुभारम्भ
लोकमत उदय ब्यूरो
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कुरूक्षेत्र में आयोजित 5वें अंतरराष्ट्रीय गीता सेमिनार का शुभारम्भ किया. तीन दिवसीय सेमिनार का विषय सतत अस्तित्व और श्रीमद्भगवद् गीता दर्शन है. हरियाणा सरकार द्वारा 17 से 25 दिसम्बर, 2020 तक अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के अवसर पर यह सेमिनार आयोजित किया जा रहा है. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने श्रीमद्भगवद् गीता के आध्यात्मिक ज्ञान के भंडार को संरक्षित करने और बढ़ावा देने पर बल दिया. उन्होने कहा कि गीता आध्यात्मिक शिक्षा का भंडार है, जो हमें धर्म के सिद्धांतों के अनुसार जीवन जीने की कला सिखाती है जीवन के व्यवहारिक पहलुओं से अवगत कराती है.कर्म के सिद्धांतों की शिक्षा देती है. परिणामों की अपेक्षा किए बिना हमें कर्तव्य को महत्ता प्रदान करने के लिए प्रेरित करती है।
भारत तथा विदेश से बड़ी संख्या में लोग वर्चुअली कार्यक्रम में जुड़े
जयराम ठाकुर ने बताया इस वर्ष ऑनलाइन माध्यम से सेमिनार आयोजित किया जा रहा है. भारत तथा विदेश के विभिन्न स्थानों से बड़ी संख्या में लोग वर्चुअली इस कार्यक्रम में जुड़ रहे हैं. कोविड-19 ने कई तरह की चुनौतियां खड़ी की हैं. फिर भी इसने तकनीक के माध्यम से परिवारों और लोगों को जोड़ा है. इसने विशेष रूप से गांवों के लोगों के पारिवारिक संबंधों को मजबूत किया है. देश के विभिन्न शहरों के साथ-साथ विदेशों से भी बहुत लोग वापिस आ गए हैं।
हरियाणा सरकार का भगवद्गीता प्रचार करने पर दी बधाई
मुख्यमंञी जयराम ठाकुर ने हरियाणा सरकार का भगवद्गीता प्रचार करने पर बधाई दी. उन्होने कहा कि कुरूक्षेत्र में आयोजित अंतरराष्ट्रीय गीता सेमिनार हर वर्ष एक मेगा इवेंट साबित हो रहा है. मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर एक पुस्तक और स्मारिका का विमोचन भी किया. ब्रह्म सरोवर में पूजा की और हवन में भाग लिया. इस अवसर पर हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य का एक वीडियो संदेश भी प्रस्तुत किया गया. कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति सोमनाथ सचदेव ने मुख्यमंत्री और अन्य गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया।