चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट कहलाएंगे अनाथ बच्चे, सुखाश्रय बिल विधेयक सदन में पास, देश का पहला राज्य बना

लोकमत उदय ब्यूरो
हिमाचल के अनाथ बच्चे अब चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट कहलाएंगे। विधानसभा बजट सत्र में सुखाश्रय विधेयक 2023 पारित किया गया है।मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने दावा किया कि यह हिंदुस्तान का पहला एक्ट है, जिसे किसी भी राज्य ने पास नहीं किया। यह कानून स्टेट बजट के प्रावधान से बनाया गया। इसके लिए 101 करोड़ रुपए कोष का प्रावधान किया गया। आज से अनाथ बच्चे चिल्ड्रन ऑफ स्टेट कहलाएंगे
पिता की तरह बनेगे सहारा
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि हिंदुस्तान का यह पहला ऐसा बिल है जिसमें 0 से 27 वर्ष तक के ऐसे बच्चे जिनके माता-पिता नहीं है सरकार उनकी माता और पिता बनती है. मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान सरकार ने ऐसे निराश्रित बच्चों को अधिकार देने का काम किया है. सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि वे चाहते हैं की ऐसे निराश्रित बच्चे किसी की भी दया दृष्टि पर ना रहे ऐसे में सरकार का दायित्व है की पिता की तरह उनका सहारा बनेगे।

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