सोलन में रोज़गार मेला,मंञी बोले युवाओं को स्वावलम्बी बनाना प्रदेश सरकार का लक्ष्य
लोकमत उदय ब्यूरो
तकनीकी शिक्षा, जनजातीय विकास तथा सूचना प्रौद्योगिकी मन्त्री डॉ. राम लाल मार्कण्डा ने कहा कि प्रदेश सरकार का लक्ष्य युवाओं को स्वावलम्बी बनाना है और यह प्रयास किया जा रहा है कि हिमाचली युवा रोज़गार प्रदाता बनें डॉ. मारकण्डा आज सोलन स्थित औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में आयोजित विशाल रोज़गार मेला की अध्यक्षता कर रहे थे. डॉ. मारकण्डा ने कहा कि सोलन में हिमाचल प्रदेश कौशल विकास निगम द्वारा आयोजित विशाल रोज़गार मेला प्रदेश का प्रथम मेला है. उन्होंने कहा कि इस रोज़गार मेले में 25 से अधिक कम्पनियां भाग ले रही हैं. उन्होंने कहा कि इस मेले के माध्यम से लगभग 3000 युवाओं को उनकी योग्यता के अनुरूप रोज़गार उपलब्ध करवाया जाएगा। राज्य के सभी जिलों में विशाल रोज़गार मेला आयोजित किए जाएंगे ताकि अधिक से अधिक युवाओं को बेहतर रोज़गार उपलब्ध हो सके।
मेक इन इण्डिया और स्टार्ट अप’ ने युवाओं के लिए खोले सफलता के द्वार
तकनीकी शिक्षा मन्त्री ने कहा कि युवाओं को बेहतर रोज़गार उपलब्ध करवाने के साथ-साथ प्रदेश सरकार यह प्रयास कर रही है कि युवाओें के कौशल को वर्तमान समय की मांग के अनुरूप स्तरोन्न्त किया जाए। इस दिशा में प्रदेश कौशल विकास निगम द्वारा सराहनीय प्रयास किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी द्वारा आरम्भ की गई ‘मेक इन इण्डिया और स्टार्ट अप’ जैसी महत्वाकांक्षी योजनाएं युवाओं के लिए सफलता के द्वार खोल रही हैं. उन्होंने कहा कि नवीन सोच और नवाचार अपनाकर युवा रोज़गार एवं स्वरोज़गार की दिशा में सभी को राह दिखा सकते हैं. डॉ. मारकण्डा ने कहा कि मुख्यमन्त्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व में प्रदेश सरकार युवाओं को रोज़गार प्रदाता बनाने के लिए प्रयासरत है। यह प्रयास किया जा रहा है कि युवा विभिन्न योजनाओं को अपनाकर अन्य को रोज़गार उपलब्ध करवाने की दिशा में सशक्त कदम बढ़ाएं. उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी मुख्यमन्त्री स्वावलम्बन योजना का लाभ उठाएं।
कौशल विकास निगम के प्रशिक्षण कार्यक्रमों का उठाएं
लाभ सूचना प्रौद्योगिकी मन्त्री ने कहा कि प्रदेश के युवाओं को वैश्विक स्तर पर और बेहतर बनाने तथा उनके कौशल में निखार के लिए राज्य सरकार शीघ्र ही ईईई अर्थात इगि्ंलश, एम्प्लायमेंट, आन्तरप्रेनोयरशिप (English, Employment, Entrepreneurship) योजना आरम्भ करेगी. इस योजना के प्रथम चरण में प्रदेश के 50 महाविद्यालयों में लगभग 5000 बच्चों के कौशल को निखारा जाएगा. उन्होंने कहा कि योजना विशेष रूप से ग्रामीण परिवेश के छात्रों के लिए लाभदायक सिद्ध होगी.डॉ. मारकण्डा ने कहा कि प्रदेश सरकार यह सुनिश्चित बना रही है कि राज्य में स्थापित उद्योगों में अधिक से अधिक हिमाचली युवाओें को बेहतर रोज़गार प्राप्त हो। उन्होंने युवाओे से आग्रह किया कि तकनीकी कौशल विकास निगम के प्रशिक्षण कार्यक्रमों का लाभ उठाएं.उन्होंने इस अवसर पर विभिन्न कम्पनियों एवं उद्योगों द्वारा स्थापित रोज़गार स्टाल में जाकर युवाओं एवं उद्योग प्रतिनिधियों से बातचीत की और प्रदान किए जा रहे रोज़गार इत्यादि की विस्तृत जानकारी प्राप्त की।