कोरोना काल में भी सेब कर रहा बागवानो को मालामाल, पहली बार बागवानो को मिल रहे इतने अच्छे दाम, सोलन मंडी में आ रही है बड़ी मांग
पूनम शर्मा
कोरोना महामारी की वज़ह से अर्थव्यवस्था गर्त में जा रही है. करीब करीब हर इंडस्ट्री, हर सेक्टर तबाह हो रहा है. लेकिन इस मुश्किल दौर में सेब बागवानो को मालामाल कर रहा है किसानो की माने तो उन्हें पहली बार इतने अच्छे दाम मिल रहे है. जिससे वो बेहद खुश है. शरीर में इम्युनिटी यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए सेब अधिक फायदेमंद है. सेब फाइबर से भरपूर है. यह पाचन तंत्र को मजबूत करता है. जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है. यह अन्य रोग से भी बचाव करता है।
2500 से 3000 रूपये के बीच बिक रही है सेब की पेटी
एपीएमसी सोलन के सैंकेटरी रविन्द्र शर्मा ने बताया कि देश के प्रधानमंञी नरेंद्र मोदी का सपना अपना देश समृद्व हो, देश का प्रोडक्ट देश में ही बिके, स्वावलंबी और आत्मनिर्भर भारत हो, आज सोलन मंडी में साकार होता नजर आ रहा है. विदेशो में जब सोलन मंडी से सेब भेजते थे. तो दाम कम मिलते रहे आज सारा माल अपने ही देश में बिक रहा है और दाम ज्यादा मिल रहे है. स्वावलंबी भारत आत्मनिर्भरता की तरफ बढ़ रहा है. 2500 से 3000 रूपये के बीच सेब की पेटी के दाम मिल रहे है. जो बहुत ही ज्यादा चौंकाने वाला है. ऐसे रेट आज से पहले कभी-भी बागवानो को नहीं मिल पाये है. सोलन मंडी से पूरे भारत को सेब की सप्लाई की जाती है. 15 अगस्त के बाद सेब सीजन ने पूरी रफ्तार पकड़ ली है. साढ़े तीन अरब का कारोबार इस मंडी से होता है. यहां से अभी तक 40 लाख बॉक्स सप्लाई किये जा चूके है।
अच्छे दाम मिलने से बागवान बेहद खुश
सोलन सेब मंडी के आढ़ती विक्की ने कहा कि कोरोना का सेब मंडी पर कोई असर नहीं है. इस साल बागवानो को बहुत अच्छा रेट मिल रहा है. ऐसा रेट इससे पहले कभी नहीं मिला पाया है. वही दूसरे आढ़ती पप्पी और सागर ने बताया कि सोलन से सेब की सप्लाई बैगलौंर, हैदराबाद, मुम्बई, गुजरात, बिहार सहित पूरे भारत में की जा रही है. इस कोरनाकाल में इतने अच्छे रेट मिल पायेगे बागवानो ने कभी सपने में भी नहीं सोचा था. ओलावृष्टि से डेमीज हुआ सेब तक भी 1500 तक बिक रहा है। बागवान कर्ण सिंह ठाकुर ने कहा कि सेब के इतने अच्छे दाम मिलने से बागवान बेहद खुश है. पहले टमाटर लगाते थे. अब सेब लगाया है. टमाटर के मुकाबले सेब लगाने में मेहनत भी कम है और दाम भी कई गुणा ज्यादा मिल रहे है।
सोलन सेब मंडी से होता है 3.50 अरब रूपये का कारोबार
हिमाचल प्रदेश की सबसे बड़ी सेब मंडी सोलन में सेब की जबरदस्त मांग चल रही है. इस मंडी से 3.50 अरब रूपये का कारोबार किया जाता है. 40 लाख सेब की पेटियां यहां से भेजी जाती है. अगर पूरे हिमाचल की बात करे तो अब तक 1933 ट्रकों के माध्यम से देश की विभिन्न मंडियों में सेब की 8,70,310 पेटियां भेजी जा चुकी हैं। सेब इम्युनिटी यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक है. इस कारण अन्य राज्यों में हिमाचली सेब की मांग बढ़ी है. सेब सीजन अभी रफ्तार पकड़ने लगा है। चीन से सेब न आने के कारण भी अन्य राज्यों में सेब की मांग बढ़ी है. चीन का सेब पहाड़ी सेब के मुकाबले सस्ता मिल जाता था. लेकिन गलवन घाटी में झड़प के बाद पहाड़ी सेब को व्यापारी तरजीह दे रहे हैं. दिल्ली, पंजाब, हरियाणा की मंडियों सहित देश की सभी मंडियो में हिमाचली सेब की काफी मांग चल रही है हालांकि इस वर्ष सेब का 70 फीसद उत्पादन हुआ है. ओलावृष्टि से सेब की 30 फीसद फसल बर्बाद हुई है. पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष पैदावार भी कम है।