गुड न्यूजः एन्सेम्बल, डब्ल्यूई,ट्रांसब्र्ह्मा और सीएसटीवी कार्यालय सोलन में खुला, मंत्री कर्नल धनीराम शांडिल ने किया उद्वघाटन
लोकमत उदय ब्यूरो
हिमाचल प्रदेश के सोलन में सोमवार को एन्सेम्बल, डब्ल्यूई,ट्रांसब्र्ह्मा और सीएसटीवी कार्यालय का शुभारंभ हुआ। जिसमें हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा श्रम एवं रोज़गार मंत्री डॉ. (कर्नल) धनीराम शांडिल बतौर मुख्यातिथि शिरकत की वही हिमाचल प्रदेश गर्ल्स बटालियन सोलन के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल संजय शांडिल विशेषअतिथि के तौर पर शामिल हुये।
के. सिद्धार्थ का हिमाचल की ब्रांडिंग में रहेगा अहम् योगदान
डॉ. शांडिल ने इस अवसर पर कहा कि कुछ घटनाएँ, कुछ कदम, कुछ बीजारोपण, कुछ अवधारणाएँ हिमाचल के परिदृश्य, मनोविज्ञान और अर्थव्यवस्था पर इतना दूरगामी प्रभाव डाल सकती हैं जिसकी नीव सोलन में रखी गई है। इसकी कल्पना हम भी उतनी ही करते हैं जितनी एक रणनीतिक विचारक करता है। उन्होने के. सिद्धार्थ के बारे में कहा कि किसी ऐसे व्यक्ति की कल्पना करें जो मालदीव का सलाहकार रहा हो, मालदीव को ब्रांड बनाया हो, मोरक्को के कुछ हिस्सों को ब्रांड बनाया हो और श्रीलंका में एक शहर स्थापित किया हो, जो एक सच्चा बहुज्ञ, रणनीतिक विचारक और पृथ्वी वैज्ञानिक, 48 पुस्तकों का लेखक और 1600 प्रशासनिक सेवकों का गुरु हो। हिमाचल की ब्रांडिंग में अपनी सोच का निवेश करना ये हमारे प्रदेश के लिये बढ़ी बात है।
युवाओं को लक्ष्य प्राप्ति के लिए उचित मार्गदर्शन आवश्यक
यह केन्द्र युवाओं को मार्गदर्शन प्रदान कर उनके भविष्य को उज्जवल बनाने में दिशा प्रदान करेगा। उन्होंने केन्द्र के संचालकों को अपनी शुभकामनाएं दी। उन्होंने आशा जताई कि केन्द्र प्रदेश के युवाओं को लक्ष्य प्राप्ति के लिए उचित मार्गदर्शन एवं आवश्यक शिक्षा प्रदान करेगा। डॉ. शांडिल ने कहा कि प्रदेश सरकार युवाओं को बेहतर शिक्षा सुविधाएं एवं अवसर प्रदान करने के लिए कृतसंकल्प है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार उच्च शिक्षा के लिए मेधावी विद्यार्थियों को 20 लाख रुपए का ऋण एक प्रतिशत ब्याज पर उपलब्ध करवा रही है। इससे मेधावी छात्र अपने भविष्य की चिंता से मुक्त हुए हैं। यह संस्थान वर्किंग फॉर वूमेन एम्पावरमेंट (डब्ल्यूई) और एन्सेम्बल आई. ए. एस. अकादमी के केंद्र के सभी नवाचारों को आकार देगा।
एन्सेम्बल ने अब तक 1600 प्रशासनिक सेवकों को किया है तैयार
इस अवसर पर भारत के भूगोलवेत्ता लेखक और अकादमिक प्रमुख डॉ. एस. मुखर्जी ने बताया कि कैरियर सुरक्षा कार्यक्रम, एक अलग पाठ्यक्रम और धारणा और ज्ञान प्रबंधन शुरू करने की योजना बनाई है, जिसका उद्देश्य लड़कियों को वर्क रेडी, कैरियर रेडी और जॉब रेडी बनने के लिए प्रशिक्षित करना है। ज्ञान और धारणा योद्धाओं का निर्माण और यह भारत में अब तक के सबसे अनूठे उपक्रमों में से एक होगा। प्रत्येक संगठन की अपनी अनूठी चमक और विशेषता होती है। उन्होने बताया कि एन्सेम्बल ने अब तक 1600 प्रशासनिक सेवकों को तैयार किया है और यह भारत में अग्रणी संस्थानों में से एक रहा है। हम लड़कियों को काम के लिए तैयार, करियर के लिए तैयार और भविष्य के लिए तैयार होने में मदद करने के लिए एक धारणा और ज्ञान प्रबंधन पाठ्यक्रम लेकर आ रहे हैं। यह मेरी बेटी मेरा अभिमान की प्रसंग पर आधारित है। इतना ही नहीं हम भारत में पहला धारणा और ज्ञान योद्धा तैयार करेंगे, जिसकी शुरुआत हिमाचल प्रदेश से होगी। ट्रांसब्रह्मा एक ऐसा टैंक है जिसमें दुनिया के सर्वश्रेष्ठ शिक्षाविद और बुद्धिजीवी रहते हैं और यह सब प्रशासनिक सेवा टेलीविजन के सहयोग से होता है जिसमें परामर्श विशेषज्ञता होती है।